How to prevent and remedy the new Omicron variant of Corona. Protection from Omicron Variants, Protection, and Treatment of Omicron Variants, protection from coronavirus, Omicron protection
आज के लेख में हम बात कर रहे हैं कोरोना के Omicron वेरियंट की, जो डेल्टा वेरियंट से भी ज्यादा खतरनाक है और तेजी से फैल रहा है। दुनिया के कई देशों में फैलने के बाद भारत के कई राज्यों में इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं।इसके मामलों का ग्राफ प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है,कई लोग प्रभावित हो रहे हैं और मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जो भविष्य में चिंता का विषय हो सकते हैं। सरकार ने भी सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं और कई जगहों पर सरकार ने रात का कर्फ्यू लगा दिया है.और कई गाइडलाइंस जारी की गई हैं, कई जगह सख्ती भी की जा रही है.भारत के ज्यादातर राज्यों में Omicron वायरस अपनी चपेट में ले रहा है।इसमें कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने वैक्सीन ले ली है।आपको इसके बारे में पूरी जानकारी भी होनी चाहिए और सावधानी बरतने की जरूरत है।आज के इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसी जरूरी बातें बताने जा रहे हैं जो आपको इस वायरस से बचने में मदद करेंगी तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
कोरोना के नए वेरियंट Omicron ने भारत समेत दुनिया के कई देशों में अपनी पकड़ बना ली है।जो कोरोना के पिछले सभी रूपों से ज्यादा खतरनाक हो सकता है और लोगों तक तेजी से पहुंच रहा है जैसे ही हमें लगता है कि कोरोना महामारी खत्म होने वाली है, वैसे ही यह महामारी नए रूप लेती है, इस वेरिएंट को लेकर अभी तक वैज्ञानिक सिर्फ कयास ही लगा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना के इस रूप को वेरिएंट ऑफ कंसर्न के रूप में वर्गीकृत किया है. फिलहाल वैज्ञानिकों ने इस वेरिएंट से बेहद सतर्क रहने की सलाह दी है और यह भी बताया है कि यह इम्यूनिटी सिस्टम पर काफी असर डाल रहा है जिन लोगों को वैक्सिन की 2 खुराक दी गई है उन्हें भी बहुत सावधान रहने की जरूरत है। अब तक जितने भी मरीज सामने आए हैं उनमें कई मरीजों में अलग-अलग लक्षण नजर आ रहे हैं. इसलिए आपको बहुत सावधान रहने की जरूरत है आज के इस लेख में आपको Omicron वायरस से जुड़ी पूरी जानकारी दी जाएगी, इसलिए अंत तक बने रहें।
अभी तक कोरोना के डेल्टा वेरियंट के मामले खत्म भी नहीं हुए थे कि इस महामारी के नए वेरियंट Omicron ने लगभग कई देशों में अपना पैर पसार लिया है. जो कि पिछले सभी वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है और इम्युनिटी सिस्टम पर तेजी से असर करने वाला है। Omicron की उत्पत्ति के बारे में कहा जाता है पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था, इसकी सूचना दक्षिण अफ्रीका से 24 नवंबर 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन को दी गई थी। इसके बाद यह ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, पुर्तगाल, नीदरलैंड, स्कॉटलैंड समेत कई देशों में फैल गया।
इसकी उत्पत्ति के बारे में मे साइंटिस्ट का कहना है कि Omicron की उत्पत्ति के बारे में पता लगाने के लिए अभी और अध्ययन की जरूरत है वैज्ञानिकों ने बताया है कि कोरोना के इस वेरिएंट में सर्दी-जुकाम करने वाले वायरस का भी जेनेटिक कंटेंट है। यानी Omicron कोरोना के पुराने वेरिएंट और सर्दी-जुकाम के वायरस के साथ मिलकर बना है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इसके पहले के कोरोना वेरिएंट में यह जेनेटिक सीक्वेंस नहीं दिखा है। हालांकि, सर्दी-जुकाम करने वाले वायरस सहित दूसरे में इसकी आसानी से मौजूदगी मिलती है।
वैज्ञानिकों ने बी.1.1.529 को कोरोना वेरियस के Omicron वेरिएंट के नए संस्करण के रूप में पहचाना है जिसमें कोविड 19 स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक म्यूटेंट होते हैं जो इसके प्रसारण को और आसान बनाता है नए संस्करण में वर्तमान में उपलब्ध कोविड टीकों के खिलाफ उच्च प्रतिरक्षा है।
इन सभी उपायों को अपनाकर हम Omicron से बचाव कर सकते हैं, हमें हमेशा सतर्क रहने की जरूरत है। सतर्क रहकर और पूरी जानकारी से ही हम सुरक्षित रह सकते हैं। अपने आस-पास के सभी लोगों को इस बारे में जागरूक होने की जरूरत है ताकि वे भी इससे दूर रहें।
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